एक मुलाकात हो गयी फ़रिश्ते से अचानक जब me leta था aankhe band किए हुए अपने अतीत me चला गया चलता गया चलता गया ३० वर्ष २५ वर्ष २० वर्ष १५ वर्ष ५ वर्ष ० वर्ष का हुआ और ekdam चला गया ma के गर्भ me और piche मेरे agaman के purv विचार विमर्श चल रहा था उस फ़रिश्ते और मेरे बीच की duniya me जाना है परन्तु शायद me mana कर रहा था नही muze नही जाना है pahle भी me ja कर आया hu और ऊपर से duniya देख रहा hu कुछ भी नही है सिर्फ़ swarth ही swarth नजर आता है to फ़रिश्ते ने कहा नही अब to भारत aazad हो चुका है भारत badal चुका है अब भारत का dusra रूप होगा suchna takneek की क्रांति aachuki होगी पैसा ही पैसा होगा सब trupt hoge सभी aazadi से jiyenge जब insan की jarurate पुरी होने lagegi to कहे का lafda हो सकता है जब तुम pahle इस dunia me गए थे tab की बात और थी अब to और होगी jao हमने tumhara जन्म sthan समय सब कुछ तय कर दिया है केवल तुम्हारी han की देर है ऐसा ही कुछ फ़रिश्ते ने कहा और फिर एक बार मैंने bharosa करना उचित samza परन्तु कुछ डर to मन me था to meine फ़रिश्ते से कहा चलो आपकी बात मान लेते है पर जो तुम कह रहे हो किस विश्वास से tab उसने अपना leptop खोला power point को on किया और presentation देना चालू कर दिया सभी से dur केवल me अकेला और vo presentation इतना decorative था की meine turant हा कर दी की चलो पिछले janma के दुःख भी भूल जायेंगे
मेरा padarpan हुआ इस duniya me आया ma के garbha me darta sahmta पर खुशी खुशी , कुछ दिन बीते दिन bitate गए ahsas to होने लगा की भाई कही न कही gadbad है कुछ देख to नही सकते थे सिर्फ़ mahsus कर सकते थे इस duniya को vahi swarth की bate vohi jhagde अपने apno me ऐसा कुछ mahsus हो रहा था हमने भी sampark किया फ़रिश्ते से की भाई tumhara प्रोजेक्ट देख कर to आने की सोच रहा hu पर कुछ gadbad लग रही है उसने कहा fikra न करो यह सब tumhara vaham है kher अब आने का सोच ही लिया है to चलो इसी uah poh me कब no mah बीत गए पता न चला
निरंतर ...........................................